एक बाइक पर 4 लोग, ट्रक ने मारी भीषण टक्कर, 2 लोगों को दर्दनाक मौत

ताराचंद कठोत्रे
बलौदाबाजार === जिले में लगातार सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे लोग, रफ्तार का कहर लगातार जारी ताज़ा मामला मिली जानकारी के मुताबिक, मल्दा गांव में रहने वाले सीताराम केंवट शनिवार सुबह दुजबाई, बेटी गंगा और परिवार की अन्य महिला कांतिबाई को अपनी बाइक पर बिठाकर कसडोल स्टेट बैंक गए थे। बैंक का काम निपटाने के बाद वे बाजार में सामान खरीदने गए।
शहर में शनिवार को एक तेज रफ्तार ट्रक ने मोटर साइकिल को ठोकर मार दी। इस बाइक में चार लोग सवार थे। इनमें से दो की मौत हो गई है। दोनों महिलाएं थीं। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ धारा 279, 337 और 204 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मल्दा गांव में रहने वाले सीताराम केंवट शनिवार सुबह दुजबाई, बेटी गंगा और परिवार की अन्य महिला कांतिबाई को अपनी बाइक पर बिठाकर कसडोल स्टेट बैंक गए थे। बैंक का काम निपटाने के बाद वे बाजार में सामान खरीदने गए। यहां से हडहा चौक तरफ आगं बढ़े ही थे कि पीछे कसडोल की तरफ से आ रहे ट्रक ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
सूत्र ये भी बताते हैं कि इन बेलगाम और ओवरलोड वाहनों के ऐवज में आरटीओ पुलिस के थानेदारों तथा यातायात प्रभारी को लाखों रूपर महीना पहुचाया जाता हैं जिसकी वजह से ये जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही नही करते हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ट्रक अनियंत्रित रफ्तार से दौड़ रहा था। इसी लापरवाही के चलते ये एक्सीडेंट हुआ। आसपास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में घायलों को सरकारी एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने दुजबाई और कांतिबाई को मृत घोषित कर दिया। प्रार्थी सीताराम केंवट की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
आखिर कौन जिम्मेदार
विओ–बलौदाबाजार की सड़कों की इस्तिति बेहद खराब हैं आपको बता दे बलौदाबाजार जिले में लगभग 8 अंतरराष्ट्रीय सीमेंट संयंत्र हैं. साथ ही रेत के बड़ी बड़ी खदाने है जिनसे ओवेरलोड ट्रके प्रतिदिन बलौदाबाजार से अन्य जिलों में आती जाती हैं. जिसकी जानकारी पुलिस विभाग और खनिज को होने के बावजूद कोई कार्यवाही नही करती। जिसकी वजह से सड़के जर्जर हो चुकी हैं इसके साथ ही इनकी तेज रफ्तार के कहर से आये दिन पैदल यात्री के साथ मोटरसाइकिल और साइकल सवार चपेट में आकर मौत के आगोस में समा रहे हैं ना ही इन गाड़ियों की आरटीओ विभाग और यातायात पुलिस जांच करती हैं पकड़ में आने के बाद कार्रवाई के नाम पर महज 5-5 सौ रुपए का चालान काट कर पुलिस ने हाईवा को छोड़ दिया, जबकि ये मामला रेत चोरी और रॉयल्टी के नुकसान से जुड़ा हुआ है. जिसकी वजह से चालक बेलगाम होकर गाड़ियों को रोड में दौड़ाते हैं।