पेट्रोल-डीजल लेने के लिए लंबी कतारें लगी हैं. वहीं ट्रासपोटिंग नहीं होने से सब्जियों की बढ़ी कीमत

रायपुर /बलौदाबाजार == देशभर में नए व्हिकल एक्ट को लेकर ड्राइवरों की हड़ताल जारी है. वाहन चालकों की हड़ताल से पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. पेट्रोल नहीं मिलने की अफवाह से शहरों के सभी पेट्रोल पंपों में लोगों की पेट्रोल-डीजल लेने के लिए लंबी कतारें लगी हैं. वहीं ट्रासपोटिंग नहीं होने से सब्जियों की कीमत में उछाल आ गई है.
प्रदेश के सबसे बड़े थोक सब्ज़ी बाज़ार में हड़ताल का असर दिखने लगा है. अलग-अलग जगहों से आने वाले सब्ज़ियों का आवक कम या खत्म हो गया है. हड़ताल की वजह से सब्ज़ियों के दाम तीगुने हो गए हैं. अन्य राज्यों से आने वाले वाहन भी मंडियों में नहीं पहुंच रहे हैं. थोक में हरी मिर्च के दाम 70 रुपए किलो हाे गए हैं. थोक में धनिया 80 रुपए किलो, मटर 50 रुपए किलो, गोभी, करेला और सेमी के भी दाम बढ़ गए हैं
.पेट्रोल पंपों में लगी भारी भीड़
राजधानी रायपुर, बलौदाबाजार और अन्य शहरों के पेट्रोल पंपों में लोग डिब्बे में भी पेट्रोल ले जा रहे हैं, ताकि यदि हड़ताल लंबी चले तो उन्हें परेशानी न उठाना पडे. लोगों के बीच चर्चा है कि हड़ताल लंबी चल सकती है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की किल्लत आ सकती है और सुविधा की दृष्टि से पेट्रोल डीजल की आवश्यकता इसलिए भीड़ लगी है. राजधानी रायपुर के डूमरतराई पेट्रोल पंप में भारी भीड़ लग गई है. रायपुर के कई पेट्रोल पंप में पेट्रोल खत्म हो गया है. ड्राइवरों की हड़ताल से आम जनता परेशान हो रहे हैं

वहीं लंबी कतारों और पेट्रोल नहीं मिलने की अफवाह पर पेट्रोल पंप के मैनेजर शिवकमल मिश्रा ने बताया कि पेट्रोल पर्याप्त मात्रा में है किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. वाहन चालकों की हड़ताल की वजह से लंबी कतारें लगी है. हम सभी को उनकी आवश्यकता अनुरूप पेट्रोल डीजल दे रहे हैं.
खाद्य विभाग ने सभी कलेक्टरों को दिए ये निर्देश –
1. पेट्रोल-डीजल और घरेलू एलपीजी अतिआवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में शामिल है तथा इनकी आपूर्ति किसी भी स्थिति में किसी के द्वारा प्रभावित नहीं की जा सकती है. अतः इसकी सतत् परिवहन एवं आपूर्ति के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.
2. राज्य में संचालित पेट्रोलियम / डीजल डिपो तथा एलपीजी डिपो में वाहनों के प्रवेश और निकासी में हडतालियों द्वारा किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न किया जा सके. इसके लिए राजस्व पुलिस एवं खाद्य विभाग के अमले की ड्यूटी लगाई जाए.
3. पेट्रोल/डीजल डिपो तथा एलपीजी डिपो से वाहनों की रवानगी के उपरांत प्रदेश के किसी भी जिले में इनका परिवहन बाधित न किया जा सके. इसके लिए सभी टोल नाकों / चौकी में आवश्यक व्यवस्थाएं की जाए.
4. आपके जिले में पदस्थ ऑयल कंपनियों के अधिकारियों के साथ जिले में पेट्रोल/डीजल/घरेलू एलपीजी की उपलब्धता तथा प्रदाय व्यवस्था की सतत् निगरानी के लिए जिला स्तरीय निगरानी दल का गठन कर इन आवश्यक वस्तुओं की सुगमता से उपलब्धता बनाई रखा जाए.