दीपावली के पहले यहां गली गली में होने लगा सुआ नृत्य
ताराचंद कठोत्रे /बलौदाबाजार

बलौदाबाजार/ लवन :– दीपावाली से पहले सुआ नाचने की छत्तीसगढ़ी परंपरा है। महिलाओं और स्कूली बच्चों की टीम टोली गली-मोहल्लों में घूम-घूम कर सुआ नृत्य कर रही हैं। बदले में इन्हें लोग खुशी से उपहार स्वरूप रूपए व अन्य सामग्री दी जा रही है।दीव पर्व खुशियां लेकर आता है। पर्व की तैयारी लगभग पखवाड़े भर पहले शुरू हो जाती है। इन दिनों शहर व गांवों के गली-मोहल्लों में घूम-घूमकर सुआ नृत्य प्रस्तुत कर रही बच्चों व महिलाओं की टोली को देखा जा सकता है।
अब पहले की तरह नृत्य करने वाली टोलियों की संख्या कम हो गई है। बच्चों में इस त्यौहार को लेकर ज्यादा उत्साह रहता है। अलग-अलग छत्तीसगढ़ी पारंपरिक गीत गाकर लोगों का मनोरंजन करने वाले बच्चों की खुशी देखते ही बन रही है।दीप पर्व को आने में मुश्किल से सप्ताहभर का समय शेष रह गया है। पर मार्केट में जैसी रौनक दिखनी चाहिए वह देखने को नहीं मिल रही। कपड़ा, सराफा, आटोमोबाईल, गिफ्ट सेंटर सहित अन्य दुकानों में त्यौहारी उमंग और ग्राहकी के मद्देनजर तैयारी कर ली गई है। इन दुकानों में अपेक्षित ग्राहकी देखने को नहीं मिल रही है।