आवारा कुत्ते चीतल को नोंच रहे थे और फिर फॉरेस्ट गॉर्ड ने घायल चीतल को बचाया तो मगर कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई
कसडोल से अमीरदास मानिकपुरी की रिपोर्ट
कसडोल। रविवार को जिले के अर्जुनी वन परिक्षेत्र के महराजी गांव में आवारा कुत्ते एक चीतल को बुरी तरह नोंच रहे थे। वहीं से होकर फारेस्ट गार्ड गुजर रहा था। अचानक उसकी निगह घायल चीतल पर पड़ गई। उसने तत्काल कुत्तों को वहां से भगाया। इसकी सूचना उसने फारेस्ट रेंजर को दी। कुछ ही देर में अमले के साथ फॉरेस्ट रेंजर वहां आ पहुंचे। उन्होंने घायल चीतल के उपचार के लिए पशु चिकित्सक को फोन किया। यह चीतल कुत्तों के आक्रमण से बुरी तरह घायल हो चुका था। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। क्या है पूरा मामला दरअसल ये पूरा मामला अर्जुनी वन परिक्षेत्र के महराजी गांव का बताया जा रहा है। जहां रविवार को दोपहर बाद एक चीतल कुलांचे मारता हुआ आ पहुंचा। चीतल को देखते ही गांव के तमाम आवारा कुत्ते उसके पीछे दौड़ पड़े। अचानक एक गड्ढे के किनारे कुछ कुत्तों ने उसको नोंचना शुरू कर दिया। चीतल अपनी जान बचाने के लिए बार-बार चिल्ला रहा था। डॉक्टर और रेंजर के आने के पहले ही मर गया चीतल

कुत्तों के नोंचने से घायल चीतल काफी देर तक तड़पता रहा। फॉरेस्ट गॉर्ड उसके पास खड़ा होकर उसकी निगरानी करता रहा। उसके बाद रेंजर एल पी श्रीवास्तव पूरे अमले के साथ वहां पहुंचे। उनके आने के कुछ ही देर बात डॉ योगेश साहू भी मौके पर पहुंचे, मगर तब तक चीतल की मौत हो चुकी थी।
पोस्टमार्टम के बाद शव को जलाया
उसके बाद रेजर श्रीवास्तव तथा कुछ अन्य लोगों की मौजूदगी में चीतल का पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद उसकी लाश को तमाम लोगों की मौजूदगी में जला दिया गया।