*कसडोल विधानसभा में सतनामी समाज से विधायक बनाने की मांग*
जनभूमि /न्यूज /बलौदाबाजार

बलौदाबाजार लवन :– छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव इसी साल होने वाले हैं और सभी जाति और सभी वर्ग चाहते हैं उनके समाज के व्यक्ति को इस बार कसडोल विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा जाए। जिसमे प्रमुख रूप से सतनामी समुदाय के लोग लवन में बैठक आयोजित क़र अपने समाज से विधायक कैडिडेट की मांग क़र रहें है । सतनामी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा की विधानसभा कसडोल में उनके समाज की सर्वाधिक मतदाता है जो कि अकेले विधायक बनाने का दमखम रखता है बावजूद बीजेपी कांग्रेस द्वारा उनकी उपेक्षा की जाती है, जिससे सतनामी समाज में भारी रोष है।

अगर इस बार भी कांग्रेस और बीजेपी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया तो सतनामी समाज कड़ा रुख अपनाएगा। समाज प्रमुख गिरीश मधुकर ने बताया की कसडोल विधानसभा में एक लाख से अधिक सतनामी मतदाता है । सबसे ज्यादा सतनामी मतदाता होने के कारण इस बार सतनामीयों की प्रबल दावेदारी बनती है। जिसकी उपेक्षा करना राजनीतिक दलों को भारी पड़ सकता है। श्री मैनेजर डहरिया ने कहा कि सतनामी समाज को कमजोर करने के लिए पलारी विधानसभा ख़त्म करके कुछ क्षेत्र बलौदाबाजार व कसडोल को जोड़कर सतनामी समाज की सुरक्षित सीट को षड़यंत्रपुर्वक खतम करते हुए गया है कसडोल विधानसभा बना दी और उसे सामान्य सीट घोषित क़र दिया गया। कसडोल विधानसभा में पूर्व से लेकर अभी तक सबसे ज्यादा संख्या सतनामी मतदाता की है।

चुकी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव कुछ महीनों के बाद ही होने वाले है।चुनाव से संबंधित चाहे जिला प्रशासन हो पुलिस हो या राजनीतिक पार्टियां, सभी चुनाव की तैयारियों में जुट गए है। कसडोल विधानसभा में सतनामी समुदाय के विभिन्न संगठन व अनेकों पार्टियों में जुड़े सतनामी कार्यकर्त्ता एकजुट होकर अपने समाज से ही कसडोल विधायक बनाने पर जोर दे रहें है जिससे समाज को दरकिनार करने वाली राष्ट्रीय पार्टियों में हड़कंप मचा हुआ है।

बहरहाल बीजेपी-कांग्रेस से कसडोल विधानसभा में सतनामी समुदाय से टिकट क्लियर करने की मांग की जा रही है। यदि फिर भी राष्ट्रीय पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती तो फिर अन्य पार्टी या निर्दलीय प्रत्याशी पर विचार करने की बात कही जा रही है। पुरे विधानसभा क्षेत्र के सतनामी समाज इस बार दृढ़ संकल्प लेकर सतनामी विधायक बनाने की जिद पर अड़ गया है। ग्रामीण एवं शहरी सभी क्षेत्रों में समाज की विधायक बनाने की मांग व चर्चा जोरो सोरो से चल रही है।