स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का ऐतिहासिक शक्ति प्रदर्शन
जगजीवन नारंगे
रायपुर


स्वामी विवेकानंद जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस) के शुभ अवसर पर, छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ ने प्रदेश अध्यक्ष श्री दुर्योधन यादव की अध्यक्षता में नया धरना स्थल, तूता, रायपुर में एक दिवसीय धरना और शक्ति प्रदर्शन आयोजित किया।
इस ऐतिहासिक आयोजन में राज्य भर के स्वामी आत्मानंद विद्यालयों के लगभग 3,000 से 4,000 कर्मचारी शामिल हुए। इन कर्मचारियों में व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक, प्री-प्राइमरी शिक्षक, ग्रंथपाल, कंप्यूटर शिक्षक, सहायक ग्रेड कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल थे। यह प्रदर्शन कर्मचारियों के अधिकारों की पुनः स्थापना और शासन तक अपनी तीन प्रमुख मांगों को पहुंचाने हेतु आयोजित किया गया था।
संघ की प्रमुख मांगे:
1️⃣ शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग:
संघ ने सरकार से स्वामी आत्मानंद विद्यालयों को कलेक्टर प्रशासित समिति से हटाकर शिक्षा विभाग में संविलियन करने की पुरजोर मांग की। यह मांग पूर्व शिक्षामंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा सदन में की गई घोषणा के अनुरूप है, जो अब तक पूरी नहीं की गई है।
2️⃣ वार्षिक वेतन वृद्धि:
संघ ने यह मांग रखी कि प्रदेश के सभी संविदा कर्मचारियों को गत 4 वर्षों से स्थिर वेतन पर कार्य करने की स्थिति से मुक्त किया जाए। बढ़ती महंगाई के इस दौर में वेतन वृद्धि कर्मचारियों के परिवारों की आजीविका के लिए अत्यावश्यक है।
3️⃣ वेतन विसंगतियों का निराकरण:
संघ ने विभिन्न पदों, जैसे लाइब्रेरियन और DMF मद के शिक्षकों के वेतन में असमानता को दूर करने और समान वेतन नीति लागू करने की मांग रखी।
प्रदर्शन का प्रभाव और सरकार को चेतावनी
इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से संघ ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि यदि उनकी न्यायसंगत मांगों पर त्वरित विचार नहीं किया गया, तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप देने के लिए संघ बाध्य होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित श्री विनोद वर्मा (राजनीतिक सलाहकार) ने कर्मचारियों की मांगों को न्यायोचित बताया और उन्हें सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का सफल समापन
संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री दुर्योधन यादव और प्रदेश पदाधिकारियों ने सभी उपस्थित कर्मचारियों को एकजुट और जागरूक रहने का आह्वान किया। सभा में वक्ताओं ने अपने ओजस्वी उद्बोधनों से कर्मचारियों को प्रेरित किया और भविष्य में संघर्ष के लिए तैयार रहने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें संघ के अध्यक्ष ने सभी सदस्यों, पदाधिकारियों और प्रतिभागियों का हृदय से आभार प्रकट किया।
यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ की एकता, संकल्प और अधिकारों की रक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह बातें शिक्षासंघ के पदाधिकारियों ने कही ।
