स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश/हिंदी माध्यम विद्यालय ,लाहोद,1 अप्रैल को शुरू की जाएगी जिसमे छात्रों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के उद्देश्य से विविध प्रकार की गतिविधियाँ शामिल होंगी

विजय सेन लाहोद = लाहोद = स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश/हिंदी माध्यम विद्यालय ,लाहोद, के प्राचार्य श्री कौशिक मुनि त्रिपाठी के अनूठे पहल एवं कुशल मार्गदर्शन में अपने छात्रों के समग्र विकास के लिए एक व्यापक परियोजना ” डोर ” शुरू कर रहे है। यह परियोजना 1 अप्रैल को शुरू की जाएगी जिसमे छात्रों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के उद्देश्य से विविध प्रकार की गतिविधियाँ शामिल होंगी। डोर परियोजना प्रभारी श्रीनिधि पाण्डेय द्वारा सम्पूर्ण गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
इस परियोजना में प्रतीयोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी कक्षाओं का प्रावधान है जिसमे पीएटी (प्री एग्रीकल्चरल टेस्ट), पीपीटी (प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट) , पी ई टी ( प्री इंजिनियरिंग टेस्ट) और बीएससी नर्सिंग जैसी कक्षाओं का संचालन विषय विशेषज्ञों कौशिक मुनि त्रिपाठी (प्राचार्य)(भौतिकी एवं गणित ), सतीश शुक्ला(रसायन), मनीषा देवांगन(जीवविज्ञान), दीनानाथ पैकरा(कृषि विज्ञान), शेखर श्रीवास(कृषि विज्ञान) और रितु भारती(कृषि विज्ञान) द्वारा किया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों को इन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना और उन्हें आवश्यक ज्ञान और कौशल से परिपूर्ण करना है।

प्रतियोगी परीक्षा कक्षाओं के अलावा, स्कूल द्वारा छात्रों के मार्गदर्शन के लिए करियर परामर्श सत्र भी आयोजित किया जाएगा। इन कक्षाओ में विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता वाले विशेष मेहमानों एवम कौशिक मुनि त्रिपाठी (प्राचार्य ) और श्रीनिधि पांडे ( कॉर्डिनेटर) को छात्रों के साथ बातचीत करने और विभिन्न कैरियर पथों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जिससे उन्हें अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, छात्रों और अभिभावकों को अंग्रेजी में उनके प्रवाह, संचार और व्याकरण को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए शेफाली साहू और रेहान सिद्दीकी द्वारा अंग्रेजी कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इस पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों के भाषा कौशल को बढ़ाना और प्रभावी ढंग से अंग्रेजी का उपयोग करने में उनका आत्मविश्वास बढ़ाना है । भाषा कौशल के निर्माण और संचार क्षमताओं को बढ़ावा देने पर जोर देने के साथ, ये बोली जाने वाली अंग्रेजी कक्षाएं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश/हिंदी माध्यम लाहोद में प्रतिभागियों के समग्र विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार हैं। छात्रों और अभिभावकों को अपनी भाषा दक्षता बढ़ाने और व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के नए अवसरों को अनलॉक करने के लिए इन कक्षाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
इसके अलावा, स्कूल ग्रीष्मकालीन शिविर कक्षाओं की मेजबानी करेगा जिसमें नृत्य कक्षाएं, पेंटिंग कक्षाएं, कोलाज मेकिंग, शिल्प कक्षाएं और अन्य मनोरंजक गतिविधियां शामिल होंगी। इन कक्षाओं का नेतृत्व प्रतिमा सहिस, अंशू टंडन, एम.डी. मानिकपुरी, चंद्रमौली और हीरालाल सहित अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा किया जाएगा, जो छात्रों को उनकी रचनात्मक प्रतिभा और ग्रीष्मकालीन शिविर बच्चों को नए अवसर तलाशने, नए वातावरण में समय बिताने और नई चीजों को आजमाने का मौका देते हैं, जो उनके आत्मविश्वास और स्वतंत्रता को विकसित करने का माध्यम साबित होगा ।
अंत में, परियोजना के हिस्से के रूप में एक विज्ञान उत्सव आयोजित किया जाएगा, जिसमें छात्रों की वैज्ञानिक योग्यता विकसित करने के लिए विभिन्न विज्ञान गतिविधियों की पेशकश की जाएगी। इस कार्यक्रम का नेतृत्व आयुषी चंद्राकर और अंशिता पांडे द्वारा किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों में विज्ञान के प्रति प्रेम एवं प्रौद्योगिकी सोच को बढ़ावा देना है।
मूलतः, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश/हिंदी माध्यम विद्यालय, लाहोद द्वारा शुरू की गई डोर परियोजना छात्रों के लिए समग्र विकास के अवसर प्रदान करने और डिजिटल उपवास के लिए भी मददगार साबित होगा
आज की डिजिटल दुनिया में समर कैंप का एक फायदा यह है कि बच्चे स्मार्ट गैजेट्स से दूर रहते हैं , मोबाइल की आदत बना चुके बच्चे साथ बैठ बोलने के मायने समझते हैं ।डिजिटल गैजेट्स से दूरी बनाना , बच्चों को असल जिंदगी से जोड़ता है। स्क्रीन के मैदान वाले वर्चुअल गेम्स की बजाय खुले मैदानों की धमाचौकड़ी उनकी मासूमियत लौटा लाती है। उन्हें एक सफल भविष्य के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से परिपूर्ण करने के लिए आयोजित की गई है।