बलौदाबाजार

कांग्रेस – भाजपा में कसडोल विधानसभा से सतनामी समाज को टिकट नहीं मिलने पर स्वतंत्र उम्मीदवार उतारने की तैयारी

बलौदाबाजार/ताराचंद कठोत्रे

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बलौदाबाजार – होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस – भाजपा से सतनामी समाज के कार्यकर्ता को पार्टी से
टिकट नहीं मिलने पर सतनामी समाज अपने सामाजिक कार्यकर्ता को सभी की सहमति से कसडोल विधानसभा से अपना सामाजिक उम्मीदवार घोषित कर और उसे सामाजिक कार्यकर्ताओं व कसडोल विधानसभा के वोटरों के सहयोग से सामाजिक स्वतंत्र उम्मीदवार को कसडोल विधानसभा से जीता कर विधानसभा भेजने के लिए सामाजिक स्तर पर लवन, कसडोल, पलारी, रोहासी, कटगी अनेक स्थानों पर सामाजिक स्तर पर बैठक ली जा रही है। बैठक में कांग्रेस – भाजपा से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं ने बताया कि चुंकि कसडोल विधानसभा सामान्य सीट होने से सतनामी समाज से प्रत्याशी नहीं बनाये जानेसे सतनामी समाज नाराज हैं उपस्थित अन्य लोगों के बताया कि कसडोल विधानसभा में अनुसूचित जाति का 1,10,000 एक लाख दस हजार मतदाता होने की जानकारी दी गई। कसडोल विधानसभा में अनुसूचित जाति वर्ग के सतनामी समाज के सबसे अधिक मतदाता हैं,

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फिर भी कांग्रेस – भाजपा दोनों राष्ट्रीय पार्टी के द्वारा अनुसूचित जाति सतनामी समाज के अपने किसी कार्यकर्ता को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया जाता।
जिससे इस बार के विधानसभा चुनाव में सतनामी समाज सामाजिक कार्यकर्ता को सामाजिक स्तर अपना स्वतंत्र उम्मीदवार घोषित कर उन्हें विधानसभा चुनाव जीताकर विधानसभा भेजने की पूरी तैयारी कर ली गई है। बैठक में उपस्थित लोगों ने कहा कि जब – जब विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव परिणाम आने के पश्चात जीतकर आए हुए उम्मीदवार और हारे हुए उम्मीदवार कहतीं हैं कि सतनामी समाज के मतदाताओ ने मुझे वोट नहीं किया , तो जीतकर आए उम्मीदवार और हारे हुए उम्मीदवार किसी को अनुसूचित जाति सतनामी समाजके मतदाताओ ने वोट नहीं दिया,तो आखिर अनुसूचित जाति मतदाताओं का वोट कहां गया। या कहते हैं कि अनुसूचित जाति सतनामी समाज के मतदाताओ ने बसपा को वोट दिया, अगर कसडोल विधानसभा में अनुसूचित जाति सतनामी समाज के मतदाताओ ने बसपा को वोट देते,तो कसडोल विधानसभा में बसपा उम्मीदवार कभी चुनाव नहीं हारता और कांग्रेस – भाजपा में जुड़े अनुसूचित जाति सतनामी समाज के लोगों को उतनी प्राथमिकता नहीं दी जाती, उनकी उन्हीं के पार्टी के द्वारा उपेक्षा की जाती है। इन्हीं सब बातों को गौर करते हुए कसडोल विधानसभा में अनुसूचित जाति की ओर से कांग्रेस – भाजपा से टिकट नहीं दिए जाने पर सतनामी समाज अपना स्वतंत्र उम्मीदवार बनाकर उन्हें चुनाव जीताकर विधानसभा भेजने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। कसडोल विधानसभा में अनुसूचित जाति सतनामी समाजके स्वतंत्र उम्मीदवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों के द्वारा चुनाव लडने के लिए स्वेच्छा अनुदान राशि 6,00,000 छः लाख एवं छः चार पहिया वाहन चुनाव उम्मीदवार फार्म भरने से लेकर मतदान तक वाहन स्वामी अपने खर्च पर प्रचार प्रसार करने को अपनी-अपनी सहमति दिये हैं।

Tarachand Kathotre

ताराचंद कठोत्रे संपादक (जनभूमि न्यूज़) बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़

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