पी एम जवाहर नवोदय विद्यालय लवन मे मनाया गया कर्नाटक एवं छत्तीसगढ़ राज्य का स्थापना दिवस।

लवन – पी एम जवाहर नवोदय विद्यालय लवन मे 30/11/2024 को बडें धूमधाम से कर्नाटक एवं छत्तीसगढ राज्य कें स्थापना दिवस को मनाया गया। विद्यालय की प्राचार्या बी० गिरिजा के निर्देशन एवं कन्नड़ भाषा शिक्षक राघवेन्द्र सोनार के मार्गदर्शन तथा कक्षा 9वीं के छात्र-छात्राओं के अथक प्रयास से इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। विद्यालय के कन्नड़ भाषा शिक्षक राधवेन्द्र सोनार ने बताया कि 1 नवम्बर 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत एक नये राज्य मैसूर का गठन हुआ जिसका नाम बदल कर 1973 मे कर्नाटक किया गया एवं सन् 1 नवम्बर 2000 को तत्कालीन मध्य प्रदेश से पृथक होकर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन राघवेंद्र सोनार ने अनुपम प्रयासो से सफल हुआ। सोनार ने इसके लिए कर्नाटक एवं छत्तीसगढ़ की भाषा, संस्कृति एवं भौगोलिक परिस्थितियों का व्यापक संगम तैयार करके कक्षा-9वीं के छात्र-छात्राओ के माध्यम से इसे मूर्त रूप दिया। कार्यक्रम की शुरूआत प्राचार्या बी गिरिजा एवं वरिष्ठ शिक्षको मंदोदरी सेठ, गोवर्धन प्रसाद साहू, सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय, राजेन्द्र सिका, प्रशान्त गायकवाड़, कृष्णकुमार राकेश सिंह एवं समस्त शिक्षको की उपस्थिति मे दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कक्षा 9वी की छात्रा प्राची पाण्डेय एवं ऋषिका आर ने कार्यकम के लिए मंच संचालन का कार्य किया। दोनो ही छात्राओं ने कंमशः हिन्दी और कन्नड़ भाषा मे मंच संचालन कर हिन्दी कन्नड़ भाषा के संगम का अद्भुत परिचय दिया। कक्षा-9वी की छात्रा सिमरन बांधे ने अपने कन्नड़ अभिभाषण मे बताया कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम द्वारा 1956 मे कर्नाटक राज्य का गठन मैसूर राज्य के नाम से हुआ था और बाद मे 1973 मे उसका नाम बदल कर कर्नाटक राज्य रखा गया। दक्षिण पश्चिम का यह राज्य अपनी अनुपम प्राकृतिक छवि एवं सांस्कृतिक समृद्धि के लिए जाना जाता है कोलार जिले से प्रवजन पर आयें छात्र-छात्राएं कोलार गोल्ड माइंस (KGF) के बारें में बताते नहीं थकतें। कक्षा 6 वी के छात्रों द्वारा छत्तीसगढ के पारम्परिक गीत कर्मा पर अद्भुत नृत्य किया तथा कक्षा 7वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा चलूवीन मुद्दीना मक्कले गीत प्रस्तुत किया गया। 8वीं के छात्र त्रियांश वैष्णव ने छत्तीसगढ़ के लोग गीत “मोर छत्तीसगढ़ के माटी” प्रस्तुत किया । पूरब साहू ने छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत “अरपा पैरी के धार” को सिंथसाइजर (Organ) के माध्यम से प्रस्तुत किया तथा कक्षा 9वी की छात्राओं ने कन्नड़म्मन हरके गीत प्रस्तुत कियां। कार्यक्रम के अन्त मे विद्यालय की प्राचार्या बी गिरिजा ने अपने आर्शीवचन दिये तथा वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती मंदोदरी सेठ ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।