पांचवी कक्षा के विद्यार्थियों को कराया गया शैक्षणिक भ्रमण

ताराचंद कठोत्रे/ बलौदाबाजार :- आदर्श शासकीय प्राथमिक शाला धाराशिव के कक्षा पांचवी के विद्यार्थीयों को प्रकृति की संरक्षण एवं पर्यावरण संवर्धन के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से अवकाश के दौरान स्थानीय वन क्षेत्र मे शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। इस मौके पर प्रधान पाठक बी आर बघमार ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। साथ ही बताया कि हमारे चारों तरफ प्राकृतिक आवरण या परिवेश है उसी को पर्यावरण कहते है । जो भी प्रकृति प्रदत्त चीजें हमारे चारों ओर मौजूद हैं, जैसे वायु, जल, मृदा, वनस्पतियां, जीव-जंतु आदि सभी पर्यावरण के घटक हैं। इनसे मिलकर पर्यावरण की रचना होती है। पर्यावरण की ही वृहत्तर अवधारणा को पारिस्थितिकी की संज्ञा दी जाती है। इससे जीव-जंतु और उनके आसपास के वातावरण में संपूर्ण जैविक और अजैविक संघटकों के अध्ययन का बोध होता है। अतः प्रकृति को नष्ट करके नहीं बल्कि उसे सुरक्षित रखकर जीवन जीना हमारा दायित्व है। शिक्षक रामपाल ध्रुव ने बच्चों का ज्ञानवर्धन करते हुए बताया की सभी प्राकृतिक चीजें जो पृथ्वी पर जीवन संभव बनाती है,पर्यावरण के अंतर्गत आता है। जैसे जल, वायु, सूर्य के प्रकाश,भूमि, अग्नि, वन, पशु, पौधे आदि। ऐसा माना जाता है कि केवल पृथ्वी ही पूरी ब्रह्माण्ड में एक मात्र ऐसा ग्रह है, जहां हम जीवन का अनुमान लगा सकते। इसलिए हमें भविष्य में जीवन की संभावना सुनिश्चित करने के लिए अपने पर्यावरण को स्वस्थ और सुरक्षित रखना चाहिए। यह पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। इसलिए हर किसी को आगे आना चाहिए और पर्यावरण की सुरक्षा करना चाहिए। अंत मे संकुल समन्यवक शिवलाल पैकरा ने बच्चों को भ्रमण के दौरान बताया कि ये सभी प्राकृतिक संसाधन प्रकृति की देन है और मनुष्य के सच्चे मित्र हैं। प्राकृतिक संतुलन को बनाये रखने में इन सबका महत्वपूर्ण योगदान है। यदि इन सबका आवश्यकता से अधिक दोहन किया जाएगा तो वो दिन दूर नहीं जब मानव कल्याण के बारे में सोचना दूभर होगा। उन्होंने बच्चों को वनों के बारे में बताते हुए कहा कि हमें हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए वनों पर निर्भर रहना पड़ता है। लेकिन मनुष्य निजी स्वार्थ के लिए इनकी अंधाधुंध कटाई कर रहा है। यही एक दिन मनुष्य के विनाश का कारण बनेगा। इनकी लगातार कटाई के कारण गर्मी बढ़ती जा रही है और पर्यावरण प्रदूषण दिनों-दिन बढ़ रहा है। यदि जन संख्या वृद्धि के साथ-साथ वन क्षेत्र को भी बढ़ाया जाए तो यह मानव कल्याण के लिए सराहनीय कदम होगा। इस दौरान संकुल समन्यवयक़ शिवलाल पैकरा, प्रधान पाठक बी आर बघमार, रामपाल ध्रुव, राजकुमार साहू, नरेंद्र बघेल,श्रीमती दुलारी वर्मा, सुनीता ध्रुव,देव सिंह ध्रुव, सनत कुमार गौर सहित पांचवी कक्षा के सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।