पी.एम. जवाहर नवोदय विद्यालय लवन, बलौदा बाजार (छ.ग.) मे धूमधाम से मनायी गयी गांधी जी एवं लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती।

ताराचंद कठोत्रे-
बलौदाबाजार (लवन) पी.एम. जवाहर नवोदय विद्यालय, लवन, बलौदा बाजार (छ.ग.) में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और शांति के प्रतीक भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को धूमधाम से मनाया गया। 2 अक्टूबर, गांधी जी की जयंती के शुभ अवसर पर विद्यालय में स्वच्छता अभियान चलाया, जिसमें विद्यालय की प्राचार्या बी. गिरिजा, मंदोदरी सेठ गोवर्धन प्रसाद साहू, सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय, राजेंद्र सिका, कृष्ण कुमार, स्मिता पिल्लई, राकेश सिंह, चंडी हलधर, राघवेन्द्र सोनार प्रदीप कुमार विशाखा डागें, ज्ञानप्रकाश एवं सभी छात्र-छात्राए इस स्वच्छता अभियान में सम्मिलित हुए। स्वच्छता अभियान के पश्चात् महानविभूतियों की जन्म जयंती का आयोजन किया गया। विद्यालय परिवार द्वारा महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर पुष्प, चंदन-तिलक एवं माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम” का गायन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र शांतनु देवांगन (7वी) ने महात्मा गांधी जी की और छात्र सुयश मिरी (7वी) ने लालबहादुर शास्त्री जी की भूमिका अदा की तथा छात्रा ईशा ज्योति (11वी), छात्र सत्यप्रकाश राय (11वी), छात्रा उपासना साहू (10वी), छात्रा रिषिका (9वी), कंचन साहू (7वी), ने गांधी जी और लालबहादुर शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डाला अपने भाषण एवं कविता वाचन के माध्यम से किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्या बी. गिरिजा ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई तथा गांधी जी के सत्य और अंहिसा के मार्ग पर चलनें के लिए समस्त छात्र- छात्राओं को प्रोत्साहित किये विद्यालय के इतिहास शिक्षक सत्येंन्द्र कुमार पाण्डेय जी ने लालबहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालतें हुए बताया कि किस प्रकार अभाव मे जीवन की शुरूआत करके सादगी सत्यनिष्ठा और ईमानदारी से आगें बढ़तें हुए उन्होंनें देश के सर्वोच्च राजनीतिक पद प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया, किस प्रकार 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को नाको चनें चबवाया और किस प्रकार “जय जवान जय किसान” का नारा देकर जवानों के साथ साथ किसानों को भी सम्मानित किया। विद्यालय के ग्रंथपाल राजेंद्र सिका जी ने इस कार्यक्रम का सफल संचालन करतें हुए कहा कि “पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढानें वालें आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं शांति के प्रतीक लालबहादुर शास्त्री के आदर्श एवं उनके मार्ग पर चलनें के लिए तथा उनके देखे हुए सपनें को अगर हम पूरा कर सके तो उनके लिए एक अच्छी श्रद्धाजंलि होंगी कार्यक्रम का समापन मिष्ठान वितरण करके किया गया ।