जिला साहू संघ का शपथ ग्रहण समारोह एंव भूमि पूजन

ताराचंद कठोत्रे
बलौदाबाजार ====== बलौदाबाजार जिला साहू संघ भवन का भूमिपूजन और विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण बुधवार को साहू छात्रावास भवन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा माता कर्मा की पूजा अर्चना कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टंकराम वर्मा मंत्री राजस्व, खेल एवं युवा कल्याण सहित अन्य अतिथियों के द्वारा जिला साहू संघ भवन निर्माण का भूमिपूजन किया गया साथ ही साहू समाज के नवनियुक्त पदाधिकारी को शपथ भी दिलवाया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मोतीलाल साहू विधायक रायपुर ग्रामीण ने संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज एक संगठित समाज है जो अपने प्रतिभा एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अन्य समाज और शासन के लिए उदाहरण बने हैं। कसडोल विधायक संदीप साहू ने कहा कि साहू समाज की एकता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है जिसके बदौलत आज पूरे प्रदेश में 12 विधायक साहू समाज से चुनकर आये हैं। साहू समाज का छत्तीसगढ़ के निर्माण और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समाज के मान,सम्मान और गौरव को बढ़ाने के साथ छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा। प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष टहलसिंह साहू ने कहा कि साहू समाज अपनी सांस्कृतिक पहचान, परंपराओं, रीति-रिवाजों को सहेजे रखने के लिए जागरुक हैं। लगातार सौहार्दपूर्ण सामाजिक आयोजन इसका बड़ा उदाहरण है। ज्ञान-विज्ञान से लेकर राजनीति व्यापार तक हर क्षेत्र में साहू समाज छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर रहा हैं। साहू समाज सदैव मेहनतकश और उद्यमी रहा है। टहल सिंह ने जिला साहू संघ की प्रशंसा करते हुए कह कि जिलाध्यक्ष सुनील साहू ने जिले में जो सामाजिक कुरुतियों को समाप्त करने का काम किया है वो अत्यंत प्रशंसनीय है अब जिले की विधवा महिलाएं भी अपने पुत्र के विवाह में मौर सौप रही है, मृत्यु भोज में कलेवा को समाप्त किया गया है। कफन के जगह सहयोग राशि दिया जा रहा है। जिससे अन्य समाज के लोग भी प्रेरित हो रहें है। जिला साहू संघ बलौदाबाजार के महिला प्रकोष्ठ, युवा प्रकोष्ठ सहित विभिन्न प्रकोष्ठों के नवनियुक्त पदाधिकारियों को समाज के वरिष्ठजनों ने शपथ दिलाया। कार्यक्रम का आयोजन जिला साहू संघ बलौदाबाजार के अध्यक्ष सुनील साहू के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर इंद्र साव विधायक भाटापारा, हनुमंत साहू कोषाध्यक्ष प्रदेश साहू संघ सहित बड़ी संख्या में सामाजिक गण शामिल हुए।