ग्राम बगबुडा़ हरेली तिहार को हर उल्लास के साथ मनाया गया।

ताराचंद कठोत्रे- बलौदाबाजार । ग्राम बगबुडा़ तथा ग्रामीण अंचलों में आस पास हरेली पर्व पर किसान नागर, गैंती, कुदारी, फावड़ा समेत कृषि में काम आने वाले औजारो की साफ सफाई करते हैं। इस अवसर पर घरो में गुड़ का चीला बनाकर इस अवजारो को पूजा अरर्चना किया जाता है। जिस पर इस चीला रोटी को चढ़ाया जाता है। जाहा पर बैल, गाय, भैंस को बिमारी से बचाने के लिए खम्हार पत्ता और नमक खिलाने की परंपरा है। हरेली पर्व पर कुल देवताव कृषि अवजारो की पूजा करने के बाद किसान अच्छी फसल की कामना करता है। इस पर्व पर बच्चों के लिए गांवो में कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। वही युवा और बच्चो गेड़ी चढ़ने का मजा लेता है। जहां गौठानों में छत्तीसगढ़ी खेल गेड़ी दौड फुगडी, भौरा और रस्साकसी का आयोजन किया जाता है। इस दिन गांव के रावत ने हर घर के मुख्य द्धार पर नीम की पत्ति लगाकर और चौखट में किल ठोककर आशिर्वाद देते हैं।, इसके बदले में किसान उन्हें दान स्वरूप च्वेच्छा से दाल-चावल, सबजी, नमक, मिर्च, चालु और नगद राशि दिया जाता है।