कौशिक मुनि त्रिपाठी छत्तीसगढ़ प्रदेश की सामाजिक साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था वक्ता मंच रायपुर द्वारा साहित्य सम्मानित हुए।

जनभूमि न्यूज़ – विजय सेन- लाहोद । कौशिक मुनि त्रिपाठी, साहित्य के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश की सामाजिक साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था , वक्ता मंच , रायपुर द्वारा ‘साहित्य ‘ सम्मान से नवाजे गए। लेखन साधना में निरंतर सक्रिय कौशिक मुनि त्रिपाठी की अभी तक तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। बचपन से ही उनको लेखन में रुचि थी।उनकी पुस्तकों के नाम है ‘एहसास एवम अभिव्यक्तियां ‘ , ‘अनंत की ओर’ तथा ‘मन के धागे’ । ‘मन के धागे’ पुस्तक हाइकु रचना पर आधारित है । ‘अनंत की ओर’ पुस्तक प्रेरक कविताओं और कहानियों पर आधारित है। इनकी कई कविताएं जैसे गुरु की महिमा, रक्षाबंधन, मृत शरीर कहलाता है , कुछ बातें अनकही, कवि के स्वर इत्यादि समाचार पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्होंने मन , कर्म और वचन को अपनी कविताओं के माध्यम से बहुत ही अच्छी तरह से परिभाषित किया है। कौशिक मुनि त्रिपाठी वर्तमान में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय , लाहोद के प्राचार्य हैं एवम शिक्षा के क्षेत्र से लगभग अठारह वर्षों से जुड़े हुए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कोरोना काल में वर्चुअल कक्षाओं का संचालन कर इनके द्वारा बच्चों की पढ़ाई को लगातार जारी रखा गया एवम उस समय अच्छे कार्य कर रहे शिक्षकों के लेखन में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय , लाहोद के विकास में इनका योगदान अतुलनीय हैं। ये सभी शिक्षकों एवम ग्रामवासियों के साथ मिलकर लगातार योजनाओं का क्रियान्वन कर विद्यालय के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। कौशिक मुनि त्रिपाठी ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय उनकी मेहनत एवम विद्यार्थियों एवम समाज के विकास के लिए उनके कार्यों को दिया है। उनकी अगली पुस्तकें ‘अनंत की ओर -2’ जल्द ही प्रकाशित होने वाली है। इनकी इस उपलब्धि में पूरा शहर गौरवान्वित है एवम इनके उज्जवल भविष्य एवम निरंतर लेखन की कामना की है।शिक्षा विभाग के बलौदा बाजार जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय, सहायक संचालक राकेश शर्मा , के के गुप्ता , बी आर पटेल, विकासखंड शिक्षा अधिकारी राजेंद्र टंडन , प्राचार्या रितु शुक्ला, प्राचार्य विपिन दुबे, आसिफ खान , एवम विद्यालय के समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रदान की। सहायक संचालक राकेश शर्मा ने कहा कि साहित्य श्री सम्मान निश्चित रूप से एक बहुत बड़ा सम्मान है जो लेखक की लेखनी में उत्साहवर्धन का कार्य करता है । उन्होंने कौशिक मुनि त्रिपाठी के कार्यों को सराहा एवम भविष्य में और अच्छे कार्य एवम लेखन के लिए आशीर्वाद दिया ।