कौशिक मुनि त्रिपाठी को मिला ‘कर्मयोगी शिक्षक सम्मान।

विजय सेन
लहोद। अखिल भारतीय साहित्यिक एवम सामाजिक संस्था ‘प्रेरणा परिवार’ उत्तरप्रदेश द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पूरे देश के लगभग 120 शिक्षकों को ऑनलाइन सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रेरणा परिवार द्वारा निःशुल्क ऑनलाइन प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थीं जिसमें अनेकों शिक्षकों ने अपने कार्यों का विवरण देते हुए जानकारी उपलब्ध कराई। चयन के उपरांत अमेरिका , नेपाल , राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब, मुंबई, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली, कोलकाता, गुजरात, बिहार, चेन्नई एवम उत्तरप्रदेश के लगभग 120 शिक्षकों को कर्मयोगी शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
छत्तीसगढ़ से बलौदाबाजार – भाटापारा जिले में रहने वाले कौशिक मुनि त्रिपाठी को प्रेरणा परिवार द्वारा ‘कर्मयोगी शिक्षक सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
कौशिक मुनि त्रिपाठी पिछले 17 वर्षों से शिक्षकीय कार्य से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, लाहौद, बलौदाबाजार , छत्तीसगढ़ में प्राचार्य के रूप में कार्यरत हैं। कौशिक मुनि त्रिपाठी शिक्षक के साथ -साथ लेखक एवम कवि भी हैं। अभी तक इनकी दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं ‘अनंत की ओर’ एवम ‘मन के धागे’।
इनके मार्गदर्शन में विज्ञान के क्षेत्र में कई विद्यार्थी नेशनल स्तर तक पहुंच चुके हैं। इन्होंने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, जवाहर लाल नेहरू एवम पश्चिम भारत विज्ञान मेला में अपनी लगातार भागीदारी दी और हर बार इनके मार्गदर्शन में विद्यार्थी का चयन हुआ है।इन्होंने खुद कई बार विज्ञान संगोष्ठी में भाग लेकर पूरे राज्य का नाम रोशन किया। कोरोना महामारी में शिक्षा के क्षेत्र में इनका अप्रतिम योगदान रहा। इन्होंने शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा संचालित ‘पढ़ई तुंहर द्वार’ कार्यक्रम के तहद सबसे अधिक ऑनलाइन कक्षा लेने वाले शिक्षक बने साथ ही साथ अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों का आर्टिकल लिखने में भी एक लेखक के रूप में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। कोरोनाकाल में ही विद्यार्थियों की ‘शत प्रतिशत’ उपस्थिति के लिए इन्होंने ‘कैंपेन टू हंड्रेड परसेंट’ अभियान का क्रियान्वन किया जिसके तहद ऑनलाइन के साथ – साथ इन्होंने ‘मोहल्ला कक्षा’ का सफलता पूर्वक संचालन किया । इनके इस कार्य के लिए शिक्षा विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया एवम जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया। एक लेखक के रूप में ये हमेशा सक्रिय रहते हैं। इन्होंने विद्यालय की पत्रिका के प्रकाशन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने अपने विद्यालय में ‘डोर प्रोजेक्ट’ का सफलता पूर्वक संचालन किया । इस ‘डोर प्रोजेक्ट’ के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है । जिले में विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इन्हें इंस्पायर अवार्ड मानक एवं अन्य विज्ञान गतिविधियों के लिए जिला नोडल अधिकारी बनाया गया है । लेखन के क्षेत्र में वक्ता मंच रायपुर द्वारा ‘उत्कृष्ट लेखक’ के रूप में सम्मानित किया गया। इनकी कई रचनाएं समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित हो चुकी हैं। इनके इस सम्मान के लिए जिला शिक्षा अधिकारी जिला बलौदाबाजार-भाटापारा हिमांशु भारतीय, सहायक संचालक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय राकेश शर्मा, कमलेश गुप्ता, सेजेस प्राचार्य (अंग्रेजी माध्यम) बलौदाबाजार ऋतु शुक्ला , ए पी सी, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय अरूण वर्मा, सहित जिले एवम विद्यालय के शिक्षकों ने बधाई एवम शुभकामनाएं प्रदान की